Heritage vs Tourism: 100 मीटर की दूरी ने फंसाया पेंच, खतरे में पड़ा मैक्लोडगंज का 'Eco Park Banoi' प्रोजेक्ट
1. क्या है पूरा मामला? (The Core Issue)
पर्यटन विभाग और स्थानीय प्रशासन ने मैक्लोडगंज के पास 'इको पार्क बनोई' विकसित करने की योजना बनाई थी। लेकिन रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह पार्क ऐतिहासिक लॉर्ड एल्गिन के मकबरे से 100 मीटर के दायरे (Prohibited Area) के भीतर आता है।
ASI का नियम: भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के कड़े नियमों के अनुसार, किसी भी संरक्षित स्मारक (Protected Monument) के 100 मीटर के भीतर किसी भी तरह का नया निर्माण (Construction) पूरी तरह प्रतिबंधित है।
उल्लंघन: आरोप है कि ईको-पार्क का ढांचा और इससे जुड़ी गतिविधियां इस 'निषिद्ध क्षेत्र' (Prohibited Zone) में आती हैं, जिससे इस हेरिटेज साइट को खतरा हो सकता है।
2. लॉर्ड एल्गिन का मकबरा क्यों खास है? (Historical Significance)
यह सिर्फ एक कब्र नहीं, बल्कि ब्रिटिश भारत के इतिहास का एक अहम हिस्सा है।
लॉर्ड एल्गिन (James Bruce, 8th Earl of Elgin): वे भारत के वायसराय (Viceroy of India) थे। 1863 में धर्मशाला में ही उनका निधन हुआ था।
सेंट जॉन चर्च: यह चर्च अपने निओ-गोथिक (Neo-Gothic) आर्किटेक्चर और बेल्जियम ग्लास खिड़कियों के लिए दुनिया भर में मशहूर है।
यह देवदार के घने जंगलों के बीच स्थित है और मैक्लोडगंज का एक प्रमुख आकर्षण है। इसकी ऐतिहासिक अहमियत को देखते हुए ही ASI ने इसे राष्ट्रीय महत्व का स्मारक घोषित किया है।
3. 'Tomb Trouble' से क्या होगा असर?
चूंकि यह मामला अब ASI के नियमों के उल्लंघन से जुड़ गया है, इसलिए इस ईको-टूरिज्म प्रोजेक्ट पर तलवार लटक गई है:
कानूनी पेच: प्राचीन स्मारक और पुरातत्व स्थल और अवशेष अधिनियम (AMASR Act) के तहत, 100 मीटर के भीतर किए गए निर्माण को अवैध माना जाता है और उसे गिराया भी जा सकता है।
फंड की बर्बादी: अगर प्रोजेक्ट को रोका जाता है या शिफ्ट किया जाता है, तो अब तक खर्च हुआ सरकारी पैसा और संसाधन बेकार जा सकते हैं।
पर्यटन बनाम संरक्षण: यह घटना एक बार फिर विकास (Tourism) और विरासत (Heritage) के बीच संतुलन बनाने की चुनौती को सामने लाती है।
निष्कर्ष (Conclusion)
हिमाचल प्रदेश में ईको-टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं, लेकिन इसे ऐतिहासिक धरोहरों की कीमत पर नहीं किया जा सकता। 'इको पार्क बनोई' का विवाद प्रशासन के लिए एक सबक है कि किसी भी नए प्रोजेक्ट की नींव रखने से पहले हेरिटेज नियमों (Heritage Bylaws) की जांच करना कितना जरूरी है। फिलहाल, पर्यटकों और स्थानीय लोगों की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि क्या पार्क और मकबरा साथ-साथ रह पाएंगे या पार्क को अपनी जगह छोड़नी होगी।
FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
Q1: लॉर्ड एल्गिन का मकबरा (Lord Elgin's Tomb) कहाँ स्थित है?
Ans: यह मकबरा हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला के पास मैक्लोडगंज में स्थित प्रसिद्ध 'सेंट जॉन इन द वाइल्डरनेस चर्च' के परिसर में है।
Q2: ASI का 100 मीटर का नियम क्या है?
Ans: ASI के नियमों के अनुसार, किसी भी संरक्षित स्मारक की सीमा से 100 मीटर तक का क्षेत्र 'निषिद्ध' (Prohibited) होता है, जहां कोई भी नया निर्माण नहीं किया जा सकता।
Q3: इको पार्क बनोई (Eco Park Banoi) विवाद क्या है?
Ans: यह पार्क लॉर्ड एल्गिन के मकबरे के 100 मीटर के दायरे में बनाया जा रहा था, जो ASI के नियमों का उल्लंघन है। इसी कारण प्रोजेक्ट पर रोक या विवाद की स्थिति बन गई है।
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