Big Revelation: ऑस्ट्रेलियाई पुलिस का खुलासा—"इस्लामिक स्टेट (IS) से प्रेरित था बॉन्डी बीच हमला"
Sydney/New Delhi: ऑस्ट्रेलिया के सिडनी स्थित Bondi Beach पर हुए भीषण नरसंहार की जांच में पुलिस ने एक बड़ा और चौंकाने वाला खुलासा किया है। न्यू साउथ वेल्स (NSW) पुलिस ने पुष्टि की है कि यह मास शूटिंग (Mass Shooting) कोई साधारण अपराध नहीं, बल्कि एक "धार्मिक रूप से प्रेरित आतंकवादी हमला" था, जो खूंखार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (Islamic State - IS) की विचारधारा से प्रभावित था।
इस हमले ने पूरे ऑस्ट्रेलिया को झकझोर कर रख दिया है, जिसमें एक यहूदी सांस्कृतिक उत्सव (Hanukkah Festival) को निशाना बनाया गया था।
1. पुलिस ने क्या कहा? (What did the Police say?)
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हमलावरों के डिजिटल डिवाइसेज और घर की तलाशी में ऐसे सबूत मिले हैं जो उनकी IS विचारधारा के प्रति झुकाव को साबित करते हैं।
- कट्टरपंथ (Radicalization): पुलिस का कहना है कि हमलावर (बाप-बेटे की जोड़ी) ऑनलाइन प्रोपेगेंडा के जरिए "तेजी से कट्टरपंथी" (Self-radicalized) बने थे।
- मकसद: उनका स्पष्ट उद्देश्य यहूदी समुदाय को डराना और ज्यादा से ज्यादा जान-माल का नुकसान करना था। पुलिस ने इसे "Ideologically Motivated Violent Extremism" की श्रेणी में रखा है।
2. 'लोन वुल्फ' स्टाइल में हमला (Lone Wolf Style)
जांचकर्ताओं के मुताबिक, अभी तक ऐसे कोई सबूत नहीं मिले हैं कि हमलावरों को सीधे सीरिया या इराक में बैठे IS कमांडरों से कोई निर्देश (Direct Orders) मिले थे।
- यह एक क्लासिक 'लोन वुल्फ' (Lone Wolf) हमला प्रतीत होता है, जहां हमलावर आतंकी समूह की विचारधारा से प्रेरित होकर अपने स्तर पर ही हमले की योजना बनाते हैं और उसे अंजाम देते हैं।
- पुलिस ने बताया कि उन्होंने हमले के लिए Hanukkah Festival का दिन चुना ताकि भीड़भाड़ का फायदा उठाया जा सके।
3. सुरक्षा एजेंसियों पर उठे सवाल
इस खुलासे के बाद ऑस्ट्रेलियाई सुरक्षा एजेंसियों (ASIO) पर भी सवाल उठ रहे हैं।
- जनता पूछ रही है कि अगर हमलावर ऑनलाइन कट्टरपंथी सामग्री देख रहे थे, तो वे खुफिया एजेंसियों के रडार पर क्यों नहीं आए?
- प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज ने आश्वासन दिया है कि सुरक्षा प्रोटोकॉल की समीक्षा की जाएगी और आतंकवाद के खिलाफ 'जीरो टॉलरेंस' की नीति अपनाई जाएगी।
4. समुदाय में डर और गुस्सा
इस खुलासे ने सिडनी के यहूदी और स्थानीय समुदायों में डर का माहौल पैदा कर दिया है। पुलिस ने बॉन्डी बीच और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर गश्त बढ़ा दी है। वहीं, मुस्लिम समुदाय के नेताओं ने भी इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि आतंकवाद का इस्लाम से कोई लेना-देना नहीं है।
निष्कर्ष (Conclusion)
पुलिस का यह खुलासा साबित करता है कि ISIS जैसी विचारधाराएं आज भी वैश्विक सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा बनी हुई हैं। बॉन्डी बीच हमला एक चेतावनी है कि ऑनलाइन कट्टरपंथ (Online Radicalization) को रोकना सरकारों के लिए कितनी बड़ी चुनौती बन गया है।
FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
Q1: ऑस्ट्रेलियाई पुलिस ने बॉन्डी बीच हमले के बारे में क्या नया खुलासा किया है?
Ans: पुलिस ने पुष्टि की है कि यह हमला इस्लामिक स्टेट (IS) समूह की विचारधारा से प्रेरित था और इसे एक आतंकवादी कृत्य माना गया है।
Q2: क्या हमलावरों का सीधे IS से संपर्क था?
Ans: अभी तक की जांच के अनुसार, यह एक 'लोन वुल्फ' हमला था। हमलावर ऑनलाइन प्रोपेगेंडा से प्रेरित थे, लेकिन उन्हें सीधे कोई आदेश नहीं मिला था।
Q3: इस हमले का निशाना कौन था?
Ans: हमलावरों ने विशेष रूप से यहूदी समुदाय को निशाना बनाया, जो बॉन्डी बीच पर Hanukkah फेस्टिवल मना रहे थे।
Q4: हमले के बाद ऑस्ट्रेलिया में क्या कदम उठाए गए हैं?
Ans: सिडनी और प्रमुख शहरों में 'टेरर अलर्ट' लेवल बढ़ा दिया गया है और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
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